हल्द्वानी: उत्तर प्रदेश में हल्द्वानी के दंगा प्रभावित क्षेत्र बनभूलपुरा में प्रदेश सरकार द्वारा मांगी गई पैरामिलिट्री फोर्स हल्द्वानी पहुंच गई है। एक कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स शहर में पहुंच चुकी है। बाकी अन्य चार पैरामिलिट्री फोर्स कुछ देर में हल्द्वानी पहुंच जाएगी। इसके बाद उन सभी को दंगा प्रभावित क्षेत्र बनभूलपुरा की तरफ भेजा जाएगा, जिसके बाद उनकी तैनाती की जाएगी।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केंद्र सरकार से पांच कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स की डिमांड की थी। इसके बाद रविवार को पैरामिलिट्री फोर्स हल्द्वानी पुलिस को मिल गई है। हल्द्वानी हिंसा में अभी तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं कई लोगों की हालात गंभीर हैं।
हल्द्वानी में हिंसा में 100 पुलिसकर्मियों समेत 300 से अधिक लोग चोटिल हो गए थे। वर्तमान में, हल्द्वानी में स्थिति नियंत्रण में है। बनभूलपुरा थाना क्षेत्र और उसके आसपास के इलाकों को छोड़कर शहर के अन्य हिस्सों से कर्फ्यू हटा दिया गया है। तथापि, वहां धारा 144 लागू रहेगी।
नैनीताल पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हल्द्वानी में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। हालांकि, इसके साथ ही चेतावनी भी जारी की गई है कि यदि कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सौहार्द और कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने वाली पोस्ट करता है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि हल्द्वानी में हुई हिंसा में शामिल उपद्रवियों और अराजक तत्वों पर कार्रवाई लगातार जारी है और सभी दंगाइयों को एक-एक कर गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रदेश में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। उन्होंने कहा, "जो भी प्रदेश में अतिक्रमण है, उस पर कार्रवाई निश्चित रूप से होगी और इस अभियान को रोका नहीं जाएगा।" बाद में, चंपावत के लोहाघट में एक जनसभा के दौरान उन्होंने कहा कि हल्द्वानी हिंसा में शामिल किसी भी दंगाई को माफ नहीं किया जाएगा, चाहे वह कितना भी शक्तिशाली हो। उन्होंने कहा कि नुकसान की भरपाई भी दंगाइयों से ही की जाएगी।